रायगढ़ (सृजन न्यूज)। मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार रायगढ़ नगरनिगम की कांग्रेसी एम.आई.सी. द्वारा नालंदा परिसर लाइब्रेरी के प्रस्ताव को खारिज करके आगे के लिये टाल दिया गया है। यह विकास कार्यों में रोड़े अटकाने वाला कृत्य है। साथ ही यह युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ करने जैसा है।
रायगढ़ विधायक और वित्तमंत्री ओपी चौधरी अंचल के विकास हेतु कृत संकल्पित होकर महत्वाकांक्षी योजनायें स्वीकृत करवा रहे हैं। इस पर राजनीतिक कारणों से अड़ंगेबाजी करने की बजाय सभी को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इसमें सहयोग करना चाहिये। अपने कलेक्टर रहते हुये ओपी ने रायपुर में जो नालन्दा परिसर निर्मित करवाया था उसकी देशभर में ख्याति है। यह अपने तरह की देश की पहली हाईटेक लाइब्रेरी है। ओपी चौधरी ने विधानसभा चुनाव के दौरान रायगढ़ के युवाओं से इस तरह की लाइब्रेरी रायगढ़ में भी स्थापित करने का वायदा किया था।
चुनाव जीतने के बाद पहले ही बजट में इसके लिये राशि आबंटित करवा कर उन्होंने यह दर्शाया है कि अपने वायदों के प्रति वे कितने सजग व प्रतिबद्ध हैं। रायगढ़ में कांग्रेस की नगर सरकार होने के बावजूद इस कार्य के लिये नगर निगम को एजेंसी बनाकर उन्होंने यह सिद्ध किया कि उनके नजरिये में कोई भेदभाव नहीं है। वे विकास को राजनीति से ऊपर मानते हैं। एम आई सी द्वारा तकनीकी बहानेबाजी की आड़ में प्रस्ताव को टालना इस बात का प्रमाण है कि कांग्रेस के लिये राजनीतिक स्वार्थ महत्वूपर्ण है न कि शहर का विकास।
दरअसल,विगत पांच वर्षों के कांग्रेस सरकार के दौर में विकास के नाम पर रायगढ़ की झोली पूरी तरह खाली रही है। कांग्रेस के पास जनता को बतलाने के लिये एक भी उल्लेखनीय उपलब्धि नहीं है। इधर, ओपी चौधरी के विधायक बनते ही एक के बाद एक बड़े-बड़े काम न केवल मंजूर हो रहे हैं, वरन धड़ाधड़ भूमिपूजन व कार्य आरंभ हो रहे हैं। ओपी की विकासपरक कार्य शैली व ताबड़-तोड़ सक्रियता के कारण कांग्रेस बेहद दबाव में है और आसन्न नगरनिगम चुनाव में अपने भविष्य को लेकर बेहद भयभीत हो गयी है। अवसादग्रस्त स्थिति में जब कोई रास्ता नहीं सूझता है तो लोग अक्सर नकारात्मक रास्ता चुन लेते हैं। एमआईसी द्वारा नालंदा परिसर का प्रस्ताव खारिज करके विकास कार्य को टालना इसी तरह की नकारात्मकता की एक बानगी है। यह जनविरोधी रवैय्या है। अभी-भी समय है, एमआईसी को चाहिये कि अपनी भूल सुधार करके इस पर पुनर्विचार करते हुये इस महती कार्य को तत्काल स्वीकृति प्रदान कर दे।