
रायपुर (सृजन न्यूज)। रायपुर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’ के आवास के प्रथम तल पर स्थित पुस्तकालय में विश्वकर्मा समाज रायपुर के पदाधिकारियों द्वारा उनके बाल कविता संग्रह “खेल रही है पानी से” का लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर समाज के संरक्षक द्वय सीताराम विश्वकर्मा एवं डॉ. माणिक विश्वकर्मा ‘नवरंग’, अध्यक्ष पीआर विश्वकर्मा, सचिव किशन लाल विश्वकर्मा, सह सचिव नंदकिशोर पांचाल, कोषाध्यक्ष राजाराम विश्वकर्मा, सलाहकार अर्जुन विश्वकर्मा, पुन्नी विश्वकर्मा, मयंक विश्वकर्मा सहित कार्यकारिणी सदस्य मनोहर विश्वकर्मा, मोहनलाल विश्वकर्मा एवं शशि आचार्य उपस्थित रहे।
पुस्तक के संदर्भ में डॉ. नवरंग ने कहा कि बाल कविताएँ वही सार्थक मानी जाती हैं जिनका सरोकार उनकी मानसिकता से होता है ,जो मनोरंजक होने के साथ ही ज्ञानवर्धक भी होती हैं एवं बच्चों के बौद्धिक विकास में सहायक होती हैं और समझने के लिए उनसे मानसिक कसरत नहीं करवातीं। शैशव काल की बाल कविताएँ किसी भी बच्चे के बचपन का आईना होती हैं। उन्हें पढ़कर उसके बालपन को आसानी से समझा जा सकता है। प्रस्तुत बाल कविता संग्रह ‘खेल रही है पानी से ‘ की कविताएं मेरी नातिन मिश्का विश्वकर्मा जो इन दिनों अपने मम्मी-पापा मेघा विश्वकर्मा एवं शिशिर विश्वकर्मा के साथ नीदरलैंड में रह रही है, के शैशव काल का जीवंत चित्रण है।
अप्रैल से जून माह तक नीदरलैंड प्रवास के दौरान उनके द्वारा रचित बाल कविता संग्रह खेल रही है पानी से का विमोचन उनकी नातिन मिश्का विश्वकर्मा के हाथों संपन्न हुआ था। विमोचन के पश्चात पदाधिकारियों द्वारा आगामी माह फरवरी 2025 में मय- मनु कल्याण संघ का प्रांतीय सम्मेलन राजधानी रायपुर में करने रूपरेखा तैयार करने का निर्णय लिया गया है। अंत में पुन्नी विश्वकर्मा ने आमंत्रित सामाजिक बंधुओं के प्रति आभार व्यक्त किया।

