कांग्रेस का आरोप – छग में 9 माह के बीजेपी राज में बढ़ रहीं गैंगरेप की घटनाएं
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। जिले के कांग्रेस नेताओं ने महिलाओं के सुरक्षा की नाकामी के लिए भाजपा सरकार को पूरी तरह से दोषी बताया
। इस विषय
में खरसिया विधायक उमेश पटेल
, धर्मजयगढ विधायक लालजीत सिंह राठिया
, लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार
, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष द्व्य अनिल शुक्ला एवं अरुण मालाकार
ने बयान जारी कर कहा
है कि प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है
, तबसे
कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है
। वहीं महिला
और युवा
से लेकर व्यापारी
तक कोई भी खुद को सुरक्षित महसुस नहीं कर पा रहा है।
खासकर महिलाओं की सुरक्षा पर प्रदेश की सरकार पूरी तरह से नाकाम हो चुकी है।
कांग्रेस नेताओं ने मीडिया के माध्यम से महिलाओं की सुरक्षा और उन पर हो रहे लगातार अपराध पर सवाल उठाते हुए कहा कि 9 माह की भाजपा सरकार के दौरान छत्तीसगढ़ में महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। बेहद दुर्भाग्यजनक है कि बीजेपी की सरकार जिसे ऐसे मामलों को लेकर गंभीरता से कार्यवाही करवानी चाहिए थी, वह ही अनाचार जैसी घटनाओं को छिपाने और अपराधियों को बचाने का कार्य कर रही है। आंकड़े बताते हैं कि बीते 8 माह से प्रदेश में महिलाओं के प्रति 3094 अपराध हुए हैं तथा 600 से अधिक दुष्कर्म की घटना हुई।
इसमें भिलाई की 4 साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार की घटना पर बिना एफआईआर के एसपी ने इसे को नकार दिया।
कांग्रेस नेताओं का दावा है कि इस मामले में 2-2 डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बच्ची के निजी अंगों में चोट है, कुछ गलत हुआ है। उसके बाद एसपी मामले को नकारते है। हमारा सवाल है कि पुलिस ने प्राथमिकी कब दर्ज की। मेडिकल बोर्ड का गठन कब हुआ। बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण कब करवाया गया। घटना सरकार के संज्ञान में थी तो सरकार ने क्या कार्यवाही की। पास्को एक्ट में प्राथमिकी बिना दर्ज किए क्लीन चिट दिए जाने के कारण पुलिस अधीक्षक पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई।
इसी तरह रायगढ जिले के पुसौर क्षेत्र में आदिवासी महिला के साथ 14 लोगों ने दुराचार किया। पुलिस रिपोर्ट लिखने में बहानेबाजी कर रही थी। मीडिया के दबाव के बाद प्राथमिकी दर्ज हो पाई। वहीं, जशपुर की एक नाबालिग बाला से सामूहिक दुराचार हो गया। कोंडागांव की एक महिला के साथ गैंगरेप हुई, जिसकी प्राथमिकी 20 दिनों तक नहीं लिखी गई। प्रदेश की इससे बड़ी दुर्भाग्यजनक बात क्या हो सकती है कि राजधानी रायपुर तक में भी महिलाएं अब महफूज नहीं रहीं। रायपुर नया बस स्टैंड में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म होता है। दूसरे रोज घटना की रिपोर्ट लिखे जाने के बाद भी पुलिस अपराधियों को सजा देने की बजाए उन्हें बचाने में लगी है।
उपरोक्त सभी घटनाओं के मद्देनजर रायगढ़ के कांग्रेस नेताओं ने भाजपा की प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया है कि महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म और बढ़ते अपराधों के कारण प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी लचर व असफल हो चुकी है। इस मामले में प्रदेश कांग्रेस ने ये निर्णय लिया है कि हम अपनी बहन-बेटियों की रक्षा की लड़ाई लड़ेंगे। आंदोलन भी करेंगे और सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिए मजबूर करेंगे। उक्ताशय की जानकारी जिला कांग्रेस प्रवक़्ता विनोद कपूर ने दी।