31वें स्थापना दिवस पर बनोरा में हुए विविध आयोजन
रायगढ़ (सृजन न्यूज)। अघोर गुरु पीठ ट्रस्ट की सभी शाखाओं में जन सहयोग से मानव सेवी गतिविधियां संचालित है। यह बातें बाबा प्रियदर्शी राम ने आज 31 वें स्थापना दिवस पर आशीर्वचन के दौरान कही।
अघोर गुरुपीठ ब्रह्म निष्ठालय बनोरा की रायगढ़ शाखा में आज 31 वां स्थापना दिवस अत्यंत हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रातः बनोरा आश्रम से फेरी निकाली गई जो अघोरा नाम परों मंत्रम का उच्चारण के साथ गांव की परिक्रमा के बाद आश्रम में समाप्त हुई। सर्वेश्वरी ध्वज पूजन से कार्यक्रम का आयोजन शुरू हुआ। इसके पश्चात आरती एवं सफल योनि का पाठ किया गया। संकल्प महान हो तो पर्वत जैसी समस्याएं भी बौनी हो जाती है तीन दशक पहले आज के दिन जब अघोरेश्वर ने जब ग्राम बनोरा में आश्रम की स्थापना का संकल्प लिया, तब यहां पानी, बिजली, जैसी व्यवस्थाएं भी मौजूद नहीं थी। संत प्रियदर्शी द्वारा जन सेवा के महान संकल्प के जरिए ग्राम बनोरा में रोपा गया छोटा बीज देखते देखते ही वट वृक्ष बन गया।
चार राज्यों में 11 शाखाएं संचालित है। सभी में मानव सेवी गतिविधियां निरंतर संचालित है। ट्रस्टियों के द्वारा बाबा का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कक्षा दसवीं की छात्राओं ऋतु शारदा साधना दीक्षा के द्वारा मंगलाचरण की प्रस्तुति दी गई। प्रबंधन की ओर से त्यागी ने स्थापना दिवस पर वर्ष भर किए गए कार्यों का ब्यौरा दिया। बनोरा आश्रम द्वारा संचालित विद्यालय में अध्यनरत छात्र-छात्राओं द्वारा मोहक अंदाज में स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में मनमोहन सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गई। आयोजन मेंकक्षा नवमीं की छात्रा दिशा अमृता यामिनी श्वेता ने स्वागत गीत, कक्षा दसवीं की छात्रा दीक्षा साधना नीलम शारदा ने स्थापना गीत, कक्षा आठवीं की छात्रा नीतू साधना भावना अर्पिता ने गुरु वंदना, कक्षा नवमीं की छात्रा दिशा अमृता यामिनी ने भी गुरु वंदना, कक्षा आठवीं की छात्रा नीतू अर्पिता भावना साधना ने भजन, कक्षा सातवीं की छात्रा प्रिया भावना रश्मि भूमिका ने भजन, कक्षा दसवीं की छात्रा प्राची गुप्ता ने भाषण, कक्षा दसवीं के छात्र बाल कलाकार अंकित खेमचरण लोकेश आदेश कृष ने एकाकी नाटक की प्रस्तुति।
आयोजन के पश्चात आश्रम की नींव से जुड़े सहयोगियों ने अपने मार्मिक संस्मरण सुनाए। अघोरेश्वर भगवान राम विद्या मंदिर बनोरा में कक्षा प्रथम से कक्षा दसवीं तक अध्ययनरत प्रथम आने वाली 13 छात्राओं को कन्या प्रोत्साहन राशि दी गई। वहीं, कक्षा प्रथम से दसवीं में सर्वोच्च अंक पाने वाले 13 छात्र छात्राओं को पंडित लक्ष्मण मेघा छात्रवृत्ति दी गई। इसके बाद 104 छात्र छात्राओं को निःशुल्क गणवेश के साथ पेन, कॉपी, बैग दिया गया। तत्पश्चात पीठाधीश्वर बाबा प्रियदर्शी राम नेजनमानस को आशीर्वचन के जरिए संबोधित किया। कार्यक्रम में पधारे गणमान्य अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई।

