हर मंगलवार आयुष मोबाईल मेडिकल यूनिट जा रही ग्रामीणों के बीच
स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच व विस्तार के लिए मोबाईल मेडिकल यूनिट काफी मददगार- डॉ. नीरज मिश्रा
रायगढ़। भारत सरकार आयुष मंत्रालय के महत्वाकांक्षी योजना आयुष मोबाईल मेडिकल यूनिट ( एएमएमयू) का कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के दिशा निर्देश में एवं संचालक आयुष इफ्फत आरा के मार्गदर्शन में बीते माह शुभारंभ किया गया था।
मंगलवार 5 मार्च को आयुष विभाग रायगढ़ की आयुष मोबाइल यूनिट टीम द्वारा लैलूंगा विकासखंड के पोटेबिरनी गांव में जो चारों ओर जंगलों से घिरा है एवं बिरहोर जनजातियों के समीपस्थ क्षेत्र में कोयलारडीही जाकर उनके निवास स्थान में, तथा पटवाडीही, पोटेविरनी बस्ती जाकर मोबाइल यूनिट से परीक्षण किया गया। विभाग की चिकित्सा टीम द्वारा कुल 118 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर एवं बीपी जांच कर 20 रोगियों का ब्लड शुगर जांच किया गया। टीम ने उन्हे निःशुल्क औषधि वितरण किया साथ ही साथ ऋतुचर्या दिनचर्या आहार विहार की जानकारी देते हुए उन्हें अपनाने हेतु प्रेरित किया गया। जिसमें आयुष विभाग के जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ मीरा भगत द्वारा गठित टीम रायगढ़ टीम का नेतृत्व डॉ नीरज कुमार मिश्रा के नेतृत्व में डॉ मदन मोहन बढई , अजीत कुमार गुप्ता , इंद्रेश भगत एवं अर्जुन ने अपना सक्रिय योगदान दिया।
सभी गांव में पहुंचे एएमएमयू – डॉ. मिश्रा
आयुर्वेद अधिकारी डॉक्टर नीरज मिश्रा ने बताया कि जिले के सुदूर क्षेत्रों में आयुर्वेद के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने हेतु आयुष मोबाईल मेडिकल यूनिट (एएमएमयू) सेवा की शुरूआत हो गई है। हर मंगलवार को हमारी टीम कैंप करने जाती है। स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और विस्तार के लिए मोबाईल मेडिकल यूनिट काफी मददगार होगा। अंचल में आज भी आयुर्वेदिक दवाइयों पर लोग भरोसा करते हैं। हमारी यह कोशिश है कि सभी ग्राम पंचायतों में रोस्टर बनाकर मोबाईल यूनिट लेकर पहुंचे। न केवल शिविर लगाए बल्कि आयुर्वेद के बारे में भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
एक जगह सभी स्वास्थ्य सुविधा हो- डॉ. मीरा भगत
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. मीरा भगत ने बताया कि जिला प्रशासन की पहल पर आयुष विभाग द्वारा सुदूर अंचलों में स्थित ऐसे गांवों का शिविर के लिए चयन किया गया है जहां जनजातीय बाहुल्य क्षेत्र है। एक स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोगों को दूर जाना पड़ता है, ऐसे जगहों में विभाग द्वारा जीवन शैली जन्य रोग मधुमेह, उच्चरक्त, पक्षाघात, चर्मरोग, स्त्रीरोग, मौसमी बीमारियां एवं कुपोषण एनीमिया, गर्भावस्था, जरारोग आदि से संबंधित परामर्श उपचार, औषधि वितरण किया जा रहा है। विभाग द्वारा शिविर में तत्काल निदान हेतु ब्लड प्रेशर, रेपिड मलेरिया टेस्ट, ब्लड शुगर, प्रेगनेंसी टेस्ट आदि जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
पहुंचविहीन ग्रामों तक स्वास्थ्य शिविर लगा रहा आयुष विभाग
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