सारंगढ़ के दर्राभांठा में प्रबल प्रताप ने पांव पखार कर सनातन धर्म में किया स्वागत



रायगढ़ (सृजन न्यूज)। माँ समलेश्वरी की पावन धरा सारंगढ़ के दर्राभांठा में विराट हिन्दू सम्मेलन का भव्य आयोजन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में पर्चा वाले बाबा के नाम से विख्यात पंडित अजय उपाध्याय के सानिध्य में आयोजित इस पावन अवसर पर 140 धर्मांतरित बंधुओं की अखिल भारतीय घरवापसी सम्पन्न हुई। इस ऐतिहासिक आयोजन में प्रमुख अतिथि प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने सभी 140 धर्मांतरित बंधुओं के पैर पखारकर उन्हें विधिवत सनातन धर्म में वापस स्वागत किया।

अपने उद्बोधन में प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि माँ समलेश्वरी की इस पवित्र भूमि पर आज धर्म की पुनःस्थापना का एक गौरवशाली क्षण है। सनातन धर्म केवल एक आस्था नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक उत्कृष्ट पद्धति है जो समरसता, प्रेम और सत्य के मार्ग पर अग्रसर करती है। यह घरवापसी हम कार्तिक उरांव को समर्पित करते हैं जिनकी कल जयंती थी, उन्होंने अपना पूरा जीवन जनजाति समाज के संस्कृति के संरक्षण एवं उनके हक के लिए संघर्ष किया।

उन्होंने आगे कहा कि उनके पिताजी दिलीप सिंह जूदेव द्वारा प्रारंभ किया गया घर वापसी मुहिम हमारे जीवन का आधार है और हम इसे जीवन पर्यंत आगे बढ़ाते रहेंगे। यह केवल एक अभियान नहीं बल्कि, एक राष्ट्र निर्माण कार्य हैं जो हमारी संस्कृति, परंपरा और आत्मसम्मान का प्रतीक है। कार्यक्रम में घर वापसी छत्तीसगढ़ प्रांत की संयोजिका श्रीमती अंजू गबेल का विशेष सहयोग रहा. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि छत्तीसगढ़ के युवाओं को अपने धर्म, संस्कृति के लिए एकजुटता से कार्य करने की आवश्यकता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता संजय भूषण पांडेय (अध्यक्ष जिला पंचायत सारंगढ़) ने की। मुख्य मंच पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में राजकुमार चौधरी (प्रान्त प्रमुख धर्मजागरण), श्रीमती मेहर बाई नायक (स्वाध्याय प्रमुख), पूर्व विधायक केराबाई मनहर, ज्योति पटेल, (जिला भाजपा अध्यक्ष), मुक्ता वर्मा, उषाकला रेख बाई रामनामी, गुलाराम रामनामी के अलावे आचार्य श्रीराम भगत रामनामी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने युवा टीम में मुख्य रूप में रवि तिवारी, किशन गुप्ता, इशांत शर्मा, धीरज सिंह सक्रिय रहें। कार्यक्रम का सफल संचालन अमित गोगले ने किया। इस अवसर पर पंडित अजय उपाध्याय ने सनातनी होने पर गर्व करते हुए धर्म, समाज एवं राष्ट्र की एकता के लिए एकजुट होकर कार्य करने का पुरजोर आव्हान किया।